हमारे देश की कानून और व्यवस्था बनाने और तरक्की में अफ़सरों की भूमिका बहुत ही ख़ास होती है. चाहे किसी ख़ास जगह अपराध को काबू में करना हो या किसी गरीब को न्याय दिलाना हो, इन अफ़सरों की पहल काफी मायने रखती है. हम आपको कुछ ख़ास अफ़सरों से मिलवाते हैं, जो अपना काम बड़ी ही ईमानदारी और जुनून के साथ कर रहे हैं.
मनु महाराज:

- बिहार की राजधानी पटना के एसएसपी मनु महाराज के नाम से अपराधी खौफ खाते हैं। अपनी सिंघम स्टाइल और मूंछों की वजह से चर्चा में रहने वाले मनु महाराज किसी भी ऑपरेशन में खुद टीम को लीड करते हैं और एके-47 लेकर फील्ड में पहुंच जाते हैं।
- उन्होंने अपने ही महकमे को अलर्ट रखने के लिए ऐसा कदम उठाया, जिसे देखकर पुलिसवाले भी चकित रह गए. बेहद सुरक्षित कोतवाली थाना से देर रात पुलिस की जीप चोरी हो गई. दिलचस्प बात यह है कि चोरी किसी चोर ने नहीं बल्कि एसएसपी मनु महाराज ने की थी. उन्होंने पुलिस की सक्रियता और कार्रवाई की गंभीरता की जांच के लिए जीप गायब की थी.
- एसएसपी मनु महाराज देर रात सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए शहर में निकले हैं. एक बार वह सरकारी कार की जगह बाइक पर अपने गनर को बैठाकर शहर में पेट्रोलिंग करते नजर आए. इस दौरान उन्होंने चेहरे पर नकाब भी लगा रखा था. उन्होंने पटना के कई इलाकों का जायजा लिया. रास्ते में रुक कर पब्लिक के साथ-साथ कई पुलिस की गाड़ियों की चेकिंग भी की. बिना हेलमेट लगाए बाइक पर घुमते रहे लेकिन किसी पुलिसकर्मी ने हेलमेट चेक नहीं किया. इसके बाद संबंधित पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की.
- इसी तरह एक बार वे चेहरे पर गमछा लगाए, पैर में चप्पल पहले टूटी साइकिल पर सवार होकर पुलिस जिप्सी के पास पहुंचे. जीप में बैठे पुलिसवाले से बोले- साहब, मैं मजदूरी करके लौट रहा था, तभी रास्ते में बदमाशों ने मुझे लूट लिया है. कृपया मेरी मदद कीजिए. इस पर पुलिसवाले ने उनकी बात अनसुनी कर दी. उन्हें वहां से भगाने लगा. इसके बाद भी वह उससे गुजारिश करते रहे. इस पर झल्लाए पुलिसवाले ने उन्हें थप्पड़ मारने की कोशिश की, तभी उन्होंने चेहरे से गमछा हटा दिया. इसके बाद पुलिसवाला सन्न रह गया.
शिवदीप वामन लांडे:

- महाराष्ट्र के अकोला जिले के परसा गांव में एक किसान परिवार में जन्मे लांडे 2006 बैच के IPS अफसर हैं.
- शिवदीप गुंड़ों को पकड़ने के लिए कभी लुंगी-गमछा पहन के पहुंच जाते. कभी चलती मोटरसाइकिल से जंप मार देते. कभी चलती मोटरसाइकिल के सामने खड़े हो जाते.
- एक बार शहर के बीचोबीच 3 शराबियों ने एक युवती के साथ छेड़खानी और जबर्दस्ती करना शुरू किया। मुसीबत में फंसी लड़की ने मोबाइल पर शिवदीप से संपर्क किया। हिंदी फिल्म की तरह मिनटों में वह दनादन घटना स्थल पहुंच गए। लड़की को बचा लिया गया, पर बदमाश भाग निकले। शिवदीप की टीम ने हफ्ते भर में उन्हें भी ढूंढ निकाला। तब से ही वह प्रसिद्ध हो गए।
- अपनी ड्यूटी पर जितना सख्त नजर आते हैं, वह उतने ही विनम्र हैं. वह अपनी सैलरी का 60 फीसदी हिस्सा एनजीओ को दान कर देते हैं. इसके अलावा कई सामाजिक कार्यों में भी वह सहयोग करते हैं. उन्होंने कई गरीब लड़कियों की सामूहिक शादी भी करवाई है. लड़कियों की सुरक्षा के लिए काम किया है.
- पटना कार्यकाल के दौरान शिवदीप ने मनचलों पर को खूब सबक सिखाया. लड़कियां खुद को सुरक्षित महसूस करने लगी थी. छात्राओं के मोबाइल में उनका नंबर जरुर होता था. एक बार पटना में शहर के बीचो-बीच तीन शराबी एक लड़की को छेड़ रहे थे. उसने शिवदीप को फोन किया. उन्होंने लड़की को बचाकर मनचलों को गिरफ्तार कर लिया.
- रोहतास कार्यकाल के दौरान शिवदीप ने खनन माफियाओं की नींद उड़ा दी थी. फिल्मी अंदाज में उन्होंने खुद जेसीबी चलाकर अवैध स्टोन क्रेशरों को नष्ट करना शुरू किया तो माफियाओं में हड़कंप मच गया. इस अभियान के बाद उनका ट्रांसफर कर दिया गया. लेकिन वह जहां भी रहते हैं, अपराध से समझौता नहीं करते हैं.
- पटना की लड़कियों में शिवदीप को लेकर गजब क्रेज था. जब शिवदीप का पटना से ट्रांसफर हुआ तो लड़कियां रास्ता रोके खड़ी थीं. लोग जाने नहीं दे रहे थे. 10 साल तक बिहार के अलग-अलग जिलों के लिए काम कर चुके शिवदीप फिलहाल अपने राज्य महाराष्ट्र में पोस्टेड हैं.
शिवदीप का एक अंदाज ये भी है:
मंजिल सैनी:

- इटावा रेलवे स्टेशन के पास मंजिल सैनी ने फिरोजाबाद के पूर्व सपा विधायक अजीम भाई की स्कॉर्पियो को चेकिंग के लिए रोका था। चेकिंग के दौरान मंजिल को पूर्व MLA की गाड़ी में एक राइफल बरामद हुई। जब उसने राइफल का लाइसेंस दिखाने को कहा तो विधायक ने जवाब दिया, “यह मेरी नहीं है। मेरे भाई की है। इतना सुनते ही मंजिल सैनी भड़क गईं। उन्होंने कहा, “मैं चाहूं तो किसी और की राइफल साथ लेकर घूमने के जुर्म में तुम्हें एक मिनट में जेल भिजवा सकती हूं। यह एक जुर्म है।” एक्स-MLA के साथ इतनी दबंगई से पेश आने के बाद से ही मंजिल सैनी पब्लिक के बीच ‘लेडी सिंघम’ के नाम से मशहूर हो गईं।
- इटावा में पोस्टिंग के दौरान बदमाशों और गलत काम करने वालों को सबक सिखाने के लिए मंजिल सैनी ने खुद कमान संभाली थी। वह पुलिस बल के साथ खुद सड़क पर निकलती थीं और चीजें सही करने की कोशिश करती थीं. मंजिल खुद गाड़ियों को रुकवा कर उनके शीशों पर लगी काली फिल्म निकलवाती हैं। अगर गाड़ी पर किसी पार्टी या नेता (चाहे वो मुख्यमंत्री का खास ही क्यों न हो) का झंडा लगा हुआ है, तो उसे भी निकलवा देती हैं.
- जौनपुर में पोस्टिंग के 2 दिन बाद ही मुलायम सिंह यादव के ज्योतिषी रमेश तिवारी की हत्या हो गई। मंजिल सैनी ने हत्या के मुख्य आरोपी शूटर शेरू को एन्काउंटर में मार गिराया था।
- 2013 में मुजफ्फरनगर में दंगों के 2 दिन पहले मंजिल को वहां से हटा दिया गया था. यूपी की खुफिया विभाग की रिपोर्ट में ये कहा गया है कि अगर मंजिल वहां होतीं तो दंगे कभी नहीं होते.
बी.चंद्रकला:

- आईएएस अफसर बी.चंद्रकला. एक ऐसी ईमानदार और कड़क अफसर जिनके काम करने के स्टाइल से प्रधानमंत्री मोदी भी प्रभावित हैं.
- 2014 में जब बुलंदशहर की डीएम थीं, तो इनका एक वीडियो बहुत वायरल हुआ था. जिसमें ये सड़क निर्माण में गड़बड़ी देख भड़क गईं थीं. और काम संभाल रहे अफसर और ठेकेदारों की जमकर खबर ली थी.
- इनकी पॉपुलैरिटी का अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है कि फेसबुक पर 63 लाख लोग इनको फॉलो करते हैं. ये ‘ब्यूटी विद ब्रेन’ का परफेक्ट उदाहरण हैं.
- बी.चंद्रकला बुलंदशहर, बिजनौर और मेरठ की डीएम रह चुकी हैं. अपने कार्यकाल के दौरान इन्होंने लोगों के लिए खूब काम किया है. बी.चंद्रकला के बारे में कहा जाता है कि ये कब कहां जांच करने पहुंच जाएं, किसी को पता नहीं होता.
नवनीत सिकेरा:

- नवनीत सिकेरा यूपी वुमन हेल्प लाइन नंबर 1090 के फाउंडर हैं.
- नवनीत 60 से ज्यादा अपराधियों का एनकाउंटर कर चुके हैं.
- 1090 हेल्पलाइन पर घरेलू हिंसा, सोशल मीडिया पर परेशान करने जैसी हरकत करने वाले मनचलों को नवनीत सिकेरा की टीम आसानी से पकड़ लेती है. अब तक 5 लाख से ज़्यादा मामले सुलझा चुकी 1090 पावर लाइन में इतनी गोपनीयता रखी जाती है कि लड़की के घरवालों को भी बिना लड़की की मर्ज़ी के शिकायत की डिटेल नहीं दी जाती है.
- पुलिस स्टेशन में पिता के साथ हुई बदतमीजी के बाद इन्होंने सिविल सर्विसेज में आने का फैसला किया.