उर्ध्वपातन किसे कहते हैं | sublimation meaning in hindi | meaning of sublimation in hindi | sublimation meaning in hindi in science
उर्ध्वपातन (sublimation) एक भौतिक-रासायनिक प्रक्रिया है।
सामान्यतः ठोस पदार्थों को गर्म करने पर वे द्रव अवस्था में परिवर्तित होता हैं और उसके पश्चात् गैसीय अवस्था में, लेकिन कुछ ठोस पदार्थ ऐसे होते हैं; जिन्हें गर्म किये जाने पर वे द्रव अवस्था में आने के बदले सीधे भाप में बदल जाते हैं और भाप को ठंडा किये जाने पर पुनः ठोस अवस्था में हो जाते हैं।
इस पूरी प्रक्रिया के दौरान पदार्थ की अवस्था किसी मध्यवर्ती द्रव अवस्था मे परिवर्तित नहीं होती है।
कपूर का ठोस अवस्था से सीधे वाष्प के रूप में उड़ जाना उर्ध्वपातन का एक उदाहरण है।
ऐसे पदार्थों को ऊर्ध्वपातक कहा जाता है व इस प्रकार की क्रिया ऊर्ध्वपातन कहलाती है।
कपूर, नेफ्थलीन, अमोनियम कलोराइड, एंथ्रासीन, आदि ऊर्ध्वपातक पदार्थ हैं।
उर्ध्वपातन की क्रिया, ऊष्मा के अवशोषण के कारण होती है जो कुछ अणुओं को अपने नज़दीकी अणुओं की आकर्षक शक्तियों को दूर करने और भाप बनने के लिए पर्याप्त ऊर्जा प्रदान करता है। चूंकि इस प्रक्रिया में अतिरिक्त ऊर्जा की आवश्यकता होती है, इसलिए यह एक ऊष्माशोषी (एंडोथर्मिक) क्रिया है।

उर्ध्वपातन क्या है | sublimation definition in hindi | sublimation process meaning in hindi
रसायन विज्ञान में ऊर्ध्वपातन विधि द्वारा दो ऐसे ठोसों के मिश्रण को अलग करते हैं, जिसमें एक ठोस ऊर्ध्वपातित हो, दूसरा नहीं। ऐसे ठोसों के मिश्रण को गर्म करने पर ऊर्ध्वपातन ठोस सीधे भाप अवस्था में परिवर्तित हो जाता है। इस भाप को अलग ठंडा कर लिया जाता है।
इस प्रकार दोनों ठोस पृथक् हो जाते हैं। इस विधि के द्वारा कपूर, नेफ्थलीन, अमोनियम कलोराइड, एंथ्रासीन, बेंज़ोइक अम्ल आदि पदार्थ शुद्ध किये जाते हैं।
उर्ध्वपातन की क्रिया विपरीत निक्षेपण (Deposition या desublimation) होती है, जिसमें कोई पदार्थ गैस से सीधे ठोस अवस्था में जाता है।
रसायन विज्ञान में ऊर्ध्वपातन विधि द्वारा दो ऐसे ठोसों के मिश्रण को अलग करते हैं, जिसमें एक ठोस ऊर्ध्वपातित हो, दूसरा नहीं। ऐसे ठोसों के मिश्रण को गर्म करने पर ऊर्ध्वपातन ठोस सीधे भाप अवस्था में परिवर्तित हो जाता है। इस भाप को अलग ठंडा कर लिया जाता है।
इस प्रकार दोनों ठोस पृथक् हो जाते हैं। इस विधि के द्वारा कपूर, नेफ्थलीन, अमोनियम कलोराइड, एंथ्रासीन, बेंज़ोइक अम्ल आदि पदार्थ शुद्ध किये जाते हैं।
उर्ध्वपातन किसे कहते हैं एक पदार्थ का उदाहरण दीजिए जिसमें यह गुण पाया जाता है
सामान्यतः ठोस पदार्थों को गर्म करने पर वे द्रव अवस्था में परिवर्तित होता हैं और उसके पश्चात् गैसीय अवस्था में, लेकिन कुछ ठोस पदार्थ ऐसे होते हैं; जिन्हें गर्म किये जाने पर वे द्रव अवस्था में आने के बदले सीधे भाप में बदल जाते हैं और भाप को ठंडा किये जाने पर पुनः ठोस अवस्था में हो जाते हैं। कपूर का ठोस अवस्था से सीधे वाष्प के रूप में उड़ जाना उर्ध्वपातन का एक उदाहरण है।